मथुरा। उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद से सांसद हेमा मालिनी ने शुक्रवार को यहां कहा कि एक समय था जब मेरी मां भी बाल्टी से बनी अंगीठी पर कच्चे कोयले जलाकर रोटी सेंकती थीं। उनको भी गरीबी का अहसास है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम के तहत उज्ज्वला योजना के माध्यम से सैकड़ों – हजारों महिलाओं को सम्मान स्वरूप निःशुल्क गैस कनेक्शन देकर खुद को वह बेहद गौरवान्वित अनुभव कर रही हैं।

हेमा मालिनी ने सराय आजमाबाद क्षेत्र स्थित एक गैस एजेंसी पर 175 में से 5 महिलाओं को प्रतीक स्वरूप अपने हाथों से गैस कनेक्शन के प्रपत्र सौंपे। गौरतलब है कि जनपद के बीस गांवों की डेढ़ हजार से ज्यादा महिलाओं को अलग-अलग क्षेत्रों में एक दिन में कार्यक्रम आयोजित कर गैस कनेक्शन वितरित किए गए।

‘रेप की घटनाएं पहले भी होती होंगी लेकिन अब प्रचार ज्यादा हो रहा है’

हेमा मालिनी ने देश में कठुआ, उन्नाव जैसी दुष्कर्म की घटनाओं को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए। इस प्रकार की घटनाओं से देश का नाम खराब हो रहा है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि दुष्कर्म की घटनाएं पहले भी होती रही होंगी, मालूम नहीं लेकिन आजकल इनकी पब्लिसिटी ज्यादा हो रही है।
हेमा मालिनी ने कहा, ‘‘लेकिन इनके ऊपर जरूर ध्यान दिया जाएगा। ऐसा कोई भी हादसा नहीं होना चाहिए. इससे देश का नाम खराब हो रहा है। ’’ उन्होंने ऐसी घटनाओं की कारगर रोकथाम के लिए अभिभावकों को सलाह दी, ‘‘मां-बाप को भी बच्चियों का ध्यान रखना चाहिए. उनको हिफाजत देना बहुत जरूरी है। ’’

वह यहां डैम्पीयर नगर में स्थित भगत सिहं पार्क में जिला प्रशासन द्वारा आयोजित ‘स्कूल चलो’ अभियान में स्कूली बच्चों की रैली को हरी झण्डी दिखाने के लिए पहुंची थीं। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा नहीं होना चाहिए कि उनको (बच्चों को) इधर-उधर कहीं भी छोड़ दें। उनकी सुरक्षा को लेकर सभी को गंभीर रहना चाहिए। इसके साथ ही इसका प्रचार-प्रसार होते रहना चाहिए कि ऐसी घटनाएं नहीं हों। ’’

हेमा मालिनी ने वृंदावन में गृह प्रवेश किया

अभिनेत्री से नेत्री बनीं 69 वर्षीय हेमा मालिनी ने आखिरकार चार वर्ष बाद वृन्दावन में अपना बंगला बनवाकर आज गृह प्रवेश किया। उन्होंने शुक्रवार को वृन्दावन के छटीकरा रोड पर स्थित ओमैक्स सिटी कॉलोनी में बनवाए बंगले में विधिवत पूजन-अर्चन कराने के पश्चात अभिनेता पति धर्मेंद्र संग गृह प्रवेश किया।

उन्होंने चुनाव के दौरान भी मतदाताओं को यह कहकर भरोसा दिलाने का प्रयास किया था कि वे चाहें जीतें अथवा हारें, वृन्दावन में घर बनाकर अपने आराध्य के पास रहना चाहेंगी। इससे पूर्व वे जब भी मथुरा आती थीं, दिल्ली-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग के निकट स्थित एक होटल में ही रुकती थीं।

साभार भाषा

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