नयी दिल्ली। भारत समेत कई देशों में बच्चों के लिए ज्यादातर लोग जॉनसन एंड जॉनसन के प्रोडक्ट का इस्तेमाल करते आ रहे हैं। अब तक मार्केट में ऐसा कोई प्रोडक्ट नहीं आया है जो इसको टक्कर दे सके, लेकिन अमेरिका में कुछ महिलाओं में जॉनसन एंड जॉनसन बेबी पाउडर की वजह से ओवेरियन (गर्भाशय) कैंसर के लक्ष्ण मिले हैं। पिछले दिनों अमेरिका की एक कोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान महिलाओं ने कहा कि उन्हें जॉनसन एंड जॉनसन के बेबी पाउडर में मौजूद अस्बस्ट्स की वजह से ओवेरियन कैंसर हुआ।
1970 से पाउडर में मौजूद है अबस्टस
कोर्ट में केस करने वाली महिलाओं का कहना है कि बेबी पाउडर में अबस्टस की मौजूदगी साल 1970 से प्रमाणित है। इसके बावजूद कंपनी ने ग्राहकों को न तो इसके बारे में जानकारी दी है और न ही इससे होने वाले खतरों से आगाह किया है।
कोर्ट ने दिया मुआवजा देने का आदेश
दोनों पक्षों की बात सुनने के बाद कोर्ट इस नतीजे पर पहुंचा है कि महिलाओं को कैंसर बेबी पाउडर के कारण ही हुआ है। पीड़ित महिलाओं की बात सुनने के बाद कोर्ट ने कंपनी को मुआवजा देने का आदेश जारी किया है। कोर्ट ने 22 पीड़ित महिलाओं को 4.69 अरब डॉलर के मुआवजे आदेश जारी किया है. कोर्ट के आदेश के बाद जहां 550 मिलियन डॉलर हर्जाने के रूप में देने के आदेश हुए, वहीं 4.14 बिलियन डॉलर का कंपनी पर दंड लगाया है।
कंपनी ने प्रोडक्ट को बताया सेफ
कोर्ट की ओर से महिलाओं को मुआवजा देने के ऐलान के बाद कंपनी का कहना है कि उनका प्रोडक्ट बिल्कुल सुरक्षित है। जॉनसन एंड जॉनसन ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है कि कोर्ट में हुआ ट्रायल एक तरफा, इंसाफ के लिए कंपनी शीर्ष उदालत का दरवाजा खटखटाएगी। कंपनी ने यह भी दावा किया है कि कोर्ट ने जो फैसला सुनाया है उसे ऊंची अदालतों में बदला जाएगा।
9000 केस लड़ रही हैं कंपनी
जॉनसन एंड जॉनसन के खिलाफ अमेरिका में यह कोई पहला केस नहीं है। प्रोडक्ट के कारण कई बीमारियां सामने आने के बाद जॉनसन एंड जॉनसन कई देशों में लगभग 9000 से ज्यादा केस लड़ रही है। कंपनी का कहना है कि विभिन्न रिसर्च में यह बात सामने आई है कि उनका बेबी पाउडर बिल्कुल सेफ है।