नई दिल्ली। तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के आंदोलन और उनके द्वारा सरकार के प्रस्तावों को ठुकराए जाने के बाद भाजपा ने इन तीनों कानूनों के समर्थन में पूरे दमखम के साथ मैदान में उतरने का फैसला किया है। वह कृषि कानूनों के बारे में ज्यादा स्पष्ट जानकारी देने के लिए पूरे देश में बड़ा अभियान चलाएगी।
इस अभियान के तहत देश के 700 जिलों में संवाददाता सम्मेलन और किसान सभाएं आयोजित होंगी। चौपाल लगाई जाएंगी। इस अभियान के तहत कुल 100 प्रेस कांफ्रेंस और 700 किसान सभाएं और चौपाल आयोजित करने की योजना है। कैबिनेट मंत्रियों समेत सभी बड़े नेताओं को इस अभियान में जुटने को कहा गया है।
इस अभियान के दौरान तीनों नए कृषि कानूनों को लेकर उठ रहे सवालों का जवाब दिया जाएगा। अभियान के दौरान किसान संगठनों द्वारा उठाए गए मुद्दों का समाधान करने के सरकार के प्रयासों के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। सरकार और किसान संगठनों की बातचीत का ब्यौरा जनता के सामने रखा जाएगा। सरकार द्वारा गतिरोध सुलझाने के प्रयासों के बारे में विस्तार से बताया जाएगा।
भाजपा ने किसान संगठनों द्वारा आंदोलन तेज करने की चेतावनी दिए जाने और विपक्षी दलों द्वारा आंदोलन को हवा दिए जाने के मद्देनजर यह कदम उठाया है। जाहिर है कि इस अभियान का उद्देश्य कृषि कानूनों पर जनमत भाजपा के पक्ष में करना है।