नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को ट्रैक्टर मार्च (परेड) की आड़ में राष्ट्रीय राजधानी में हुई हिंसा के मामले में अब तक 22 एफआईआर दर्ज की हैं। पुलिस की तरफ से कई किसान नेताओं के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है। उपद्रवियों पर हिंसा, पुलिसकर्मियों पर हमला करने और सार्वजिनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया गया है। माना जा रहा है कि पुलिस किसान नेताओं के खिलाफ शिकंजा कसने की तैयारी में है। यह खबर पोस्ट किए जाने तक इस मामले में करीब 200 लोगों को हिरासत में लिया जा चुका था।

गौरतलब है कि मंगलवार को हजारों की संख्या में किसानों ने ट्रैक्टर परेड निकाली थी लेकिन कुछ ही देर में राजधानी की सड़कों पर अराजकता फैल गई। दिल्ली के आयुक्त एसएन श्रीवास्तव ने राजधानी में हुई हिंसा की स्थिति पर चर्चा करने के लिए बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की।

300 से अधिक पुलिसकर्मी घायल

अराजकता के दौरान प्रदर्शनकारियों ने कई जगह पुलिस के बैरिकेड्स को तोड़ दिया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के साथ झड़प की, वाहनों में तोड़फोड़ की और लालकिले पर राष्ट्रध्वज क् ठीक नीचे एक धार्मिक ध्वज लगा दिया था। अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के संबंध में अभी तक 22 एफआईआर दर्ज की हैं। इस हिंसा में 300 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।

एक हजार से अधिक ट्विटर हैंडल की पहचान

सू्त्रों के हवाले से खबर है कि साइबर सेल ने एक हजार से अधिक ऐसे ट्विटर हैंडल की पहचान की जिन्होंने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से मंगलवार को हुई शर्मनाक घटना में अहम भूमिका निभाई। इनमें कई बड़े नाम भी शामिल हैं जिनमें किसान नेता, स्वयं को सामाजिक कार्यकर्ता बताने वाले लोग भी शामिल हैं।

By vandna

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