violence in Karnataka's Shivamoggaviolence in Karnataka's Shivamogga

शिवमोगा : (violence in Karnataka’s Shivamogga) कर्नाटक के शिवमोगा में बजरंग दल कार्यकर्ता की हत्या के बाद भड़की हिंसा के लिए राज्‍य सरकार ने स्‍थानीय प्रशासन की ओर से अंतिम संस्‍कार की इजाजत देने को जिम्‍मेदार ठहराया है। इसी दौरान हिंसा भड़क उठी थी। राज्‍य सरकार के एक मंत्री ने कहा है कि इस मामले की हिजाब विवाद सहित सभी एंगल से जांच की जा रही है। 26 साल के हर्ष की हत्‍या के मामले में 12 लोगों को हिरासत.में लेकर पूछताछ की गई है और इसमें से 2 को गिरफ्तार किया गया है। रविवार रात को कार से आए एक गिरोह ने हर्ष की चाकू मारकर हत्‍या कर दी थी। शिवमोगा के उपायुक्त आर सेल्वामणि ने पत्रकारों को बताया कि शहर में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है और सभी स्कूलों-कॉलेजों को बंद करने के आदेश दिए गए हैं।

कर्नाटक के एडीजीपी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रताप रेड्डी ने बताया कि हमने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है जबकि एक को हिरासत में लिया गया है। सभी आरोपियों की पहचान हो गई है और उनकी तलाश की जा रही है। हम जल्‍द ही हत्‍या में शामिल सभी लोगों को गिरफ्तार कर लेंगे और तभी हत्‍या के उद्देश्‍य को लेकर कुछ कह सकेंगे। जहां तक कल (सोमवार) की हिंसा की बात है, तो ऐसी 14 घटनाएं हुई हैं। इस सिल‍सिले में तीन एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं।

कर्नाटक सरकार ने सोमवार को कहा था कि अब तक की जांच में हिजाब विवाद और इस हत्‍या का कोई लिंक सामने नहीं आया है लेकिन राज्‍य के गृह मंत्री ए. ज्ञानेंद्र ने कहा, “हिजाब विवाद से जुड़े संगठन भी जांच के दायरे में है।.उनकी भूमिका की भी जांच की जा रही है। कल जो लोग पथराव की घटना में शामिल थे, उनके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जा रही है।”

गौरतलब है कि जब हर्ष के शव को अंतिम संस्‍कार के लिए ले जाया जा रहा था तब आगजनी और हिंसा की घटनाएं हुई थीं। कारों में आग लगा दी गई थी और पथराव हुआ था, जिसमें एक फोटो जर्नलिस्‍ट सहित तीन लोग घायल हुए थे। कई दोपहिया वाहनों को या तो काफी नुकसान हुआ या वे जला दिए गए। पुलिस को भीड़ को काबू में करने के लिए आंसू गैस के गोले दागने पड़े और लाठी चलानी पड़ी। ऐहतियात के तौर स्‍कूल-कॉलेजों को बंद कर दिया गया है और लोगों के जमावड़े को भी प्रतिबंधित कर दिया गया है। इस बीच, हिंसा के माहौल में अंतिम संस्‍कार को इजाजत  देने के लिए सवालों के घेरे में आई कर्नाटक सरकार ने इस फैसले से पल्‍ला झाड़ लिया है। राज्‍य के गृह मंत्री ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा, “यह देखते हुए कि बहुत से लोग जा रहे थे, शव को अंतिम संस्‍कार के लिए ले जाया गया। यह स्‍थानीय प्रशासन का फैसला था।”

उन्‍होंने कहा, “हम लोगों से अपील करते हैं कि शांति भंग न करें। सरकार दोषियों को गिरफ्तार करेगी और उन्‍हें उचित सजा दिलाएगी।”  उन्‍होंने कहा, “इस तरह की हत्‍याएं रुकनी चाहिए और हर्ष की हत्‍या के साथ यह सब रुकना चाहिए। यह सरकार और पुलिस विभाग का संकल्‍प है। हम मामले को तार्किक अंत तक ले जा रहे हैं।” उन्‍होंने कहा कि हत्‍या के उद्देश्‍य के बारे में जल्‍द ही पता चल जाएगा। इस बीच पुलिस ने दोहराया है कि हर्षा को निजी दुश्‍मनी के चलते मारा गया। 

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