लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधा है। सपा का कहना है कि यूपी की योगी सरकार पूरी तरह से नाकाम है। मंगलवार को सपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल राम नाईक से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने प्रदेश सरकार को हर मोर्चे पर नाकाम बताते हुए कहा कि ऐसी स्थिति में यही अच्छा होगा कि राज्यपाल राम नाईक सूबे की प्रशासनिक व्यवस्था को अपने हाथ में ले लें।
सपा के राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र चैधरी ने बताया कि पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। इस दौरान राज्य की बीजेपी सरकार की निष्क्रियता और उसके भेदभावपूर्ण आचरण के खिलाफ तत्काल कार्यवाही करने की मांग की। ज्ञापन में पार्टी ने कहा कि प्रदेश में प्रशासनिक व्यवस्था पूरी तरह से पंगु हो गई है। अधिकारी कर्तव्यनिष्ठ नहीं है। जनता महंगाई से त्राहि-त्राहि कर रही है।
कानून व्यवस्था चौपट
कहा कि समाजवादी सरकार ने गरीबों, किसानों, महिलाओं, अल्पसंख्यकों के हित की जो योजनाएं लागू की थीं, वे सब या तो बंद हो गई हैं या उनके लिए बजट नहीं दिया जा रहा है। कानून व्यवस्था चौपट है। दिनदहाड़े हत्या, लूट और अपहरण हो रहे हैं. प्रदेश में महिलाओं और बच्चियों से दुष्कर्म हो रहे हैं।
आत्महत्या को मजबूर हैं किसान
सपा ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने प्रदेश को विकास के मामले में दशकों पीछे कर दिया है। ऐसी स्थिति में प्रदेश की जनता एवं विकास के लिए यही अच्छा होगा कि राज्यपाल प्रशासनिक व्यवस्था खुद अपने हाथ में ले लें। ज्ञापन में कहा गया कि बीजेपी सरकार हर मोर्चे पर विफल है। कर्ज, फसल की बर्बादी, समय से गन्ना किसानों के भुगतान ना होने और बीजेपी के वादे के अनुसार कृषि उत्पाद की लागत का डेढ़ गुना अतिरिक्त मूल्य ना मिलने से निराश और परेशान किसान आत्महत्या को मजबूर हैं। बुंदेलखंड के महोबा जिले में 27, बांदा में 12 तथा हमीरपुर में 11 किसानों की जान जा चुकी है।
प्रतिनिधिमण्डल के सदस्यों ने राज्यपाल से कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्रिमंडल ने सपा अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को बदनाम करने की नीयत से अभियान छेड़ रखा है, ताकि जनता का ध्यान सरकार की असफलताओं की ओर नहीं जा सके। प्रतिनिधिमंडल में विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन, सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल तथा विधान परिषद सदस्य एसआरएस यादव शामिल थे।