आगरा। स्वतंत्रता दिवस पर स्थानीय शाही जामा मस्जिद में ध्वजारोहण को हराम बताना शहर मुफ्ती खुबैब रूमी को भारी पड़ गया है। उनके खिलाफ कार्रवाई हो गई है। मुस्लिम और हिंदू संगठनों, दोनों ने ही उनके रवैये के खिलाफ आवाज उठाई तो एसएसपी ने मामले में जांच करने के आदेश दिए। आरोप सही पाए जाने पर बुधवार सुबह थाना मंटोला में खुबैब रूमी और उनके पुत्र हम्मदुल कुद्दूस पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया। यह मुकदमा इस्लामिया लोकल एजेंसी से मिली तहरीर के आधार पर दर्ज हुआ है।
स्वतंत्रता दिवस पर जामा मस्जिद में ध्वजारोहण हुआ था। शहर मुफ़्ती खुबैब रूमी ने इसके खिलाफ बयानबाजी की और ऐसा करने को हराम बताया। इस्लामियां लोकल कमेटी के अध्यक्ष असलम कुरैशी ने खुबैब रूमी पर मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर दी। साथ ही शहर मुफ्ती खुबैब रूमी से अपनी जान को खतरा बताया था। इस पर असलम कुरैशी को मंटोला थाने से एक गनर भी दिया गया है।
एसएसपी मुनिराज जी ने बताया कि सीओ छत्ता को मामले की जांच के निर्देश दिए गए थे। वायरल हुए आडियो और वीडियो की जांच में आरोप सही पाए गए हैं। राष्ट्रीय ध्वज अपमान निवारण अधिनियम 1971 की धारा 3, आईपीसी की धारा 153 बी , 505, 505 (1)(b) और 508 के तहत मुकदमा दर्ज गया किया है। इसमें खुबैब रूमी के बेटे हम्मदुल कुद्दूस भी
शाही जामा मस्जिद में ध्वजारोहण को शहर मुफ्ती बेटे हम्मदुल कुद्दूस द्वारा हराम करार दिए जाने के बाद लोगों में आक्रोश था। मंगलवार को हिंदू संगठन के पदाधिकारियों ने एसएसपी आफिस और मंटोला थाने पर प्रदर्शन किया। उन्होंने शहर मुफ्ती के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने को तहरीर दी थी। कलक्ट्रेट में मंगलवार दोपहर राष्ट्रीय हिंदू परिषद के पदाधिकारी और कार्यकर्ता पहुंच गए। पदाधिकारियों ने एसएसपी मुनिराज जी को तहरीर दी थी। राष्ट्रीय हिंदू परिषद के गोविंद पाराशर ने तहरीर में कांग्रेस नेता हाजी जमील कुरैशी और शहर मुफ्ती खुबैब रूमी को नामजद किया। एसएसपी से मांग की कि उनकी तहरीर पर अविलंब मुकदमा दर्ज किया जाए। जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो उनका संगठन सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करेगा। एसएसपी ने जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया था। वहीं अखिल भारत हिंदू महासभा की प्रांतीय अध्यक्ष मीना दिवाकर पदाधिकारियों के साथ मंगलवार सुबह 11 बजे मंटोला थाने पहुंचीं। थाने के गेट पर नारेबाजी करने रे बाद थाने में तहरीर दी। इसमें 16 अगस्त को वायरल हुए दो आडियो के आधार पर शहर मुफ्ती और कांग्रेस नेता के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने को कहा गया था। साथ ही कहा गया कि भारत में रहकर ध्वजारोहण को हराम बताने वाले के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। यह मामला राष्ट्रद्रोह की श्रेणी में आता है। पुलिस ने तहरीर पर जांच कर कानूनी कार्रवाई का आश्वासन देकर लोगों को शांत किया।