नई दिल्ली। विवादास्पद उपदेशक जाकिर नाइक के करीबी और उसके सीएफओ आमिर गजधर ने बड़ा खुलासा किया है। उसने पूछताछ में यह बताया है कि जाकिर के एनजीओ आईआरएफ यानी इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन के लिए दाउद इब्राहिम भी फंडिंग करता था और एनजीओ आईआरफ के संबंध दाउद इब्राहिम से भी थे। आमिर ने कहा है कि दाउद ने एनजीओ आईआरएफ के लिए फंडिंग की थी। आईआरएफ के लिए पाकिस्तान और दुबई से फंडिंग होती थी। फंडिंग में हवाला डीलर सुल्तान अहमद बिचौलिया था।
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने विवादास्पद उपदेशक जाकिर नाइक और अन्य के खिलाफ धनशोधन की अपनी जांच के सिलसिले में 16 फरवरी को उसके करीबी आमिर गजधर को गिरफ्तार किया था। अधिकारियों ने दावा किया था कि एजेंसी केा संदेह है कि गजधर ने नाइक और उनके एनजीओ इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आईआरएफ) की ओर से 200 करोड़ रुपये के नगद लेन-देन का कथित काम किया था। आईआरएफ के पीस टीवी के लिए गजधर की कंपनी कथित रूप से सामग्री प्रदान करती थी।
ईडी ने जाकिर नाइक को भी सम्मन जारी किया है जिनका अबतक एजेंसी के सामने पेश होना बाकी है क्योंकि वह विदेश में बताये जाते हैं। इससे पहले राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने 51 वर्षीय नाइक के खिलाफ विभिन्न धार्मिक समूहों के बीच वैमनस्य को कथित रूप से बढ़ावा देने को लेकर आतंकवाद निरोधक कानूनों के तहत मामला दर्ज किया था। बताया जाता है कि नाइक गिरफ्तारी से बचने के लिए सउदी अरब में हैं, दरअसल पिछले साल के ढाका आतंकी हमले के कुछ हमलावरों ने दावा किया था कि उन्हें नाइक से प्रेरणा मिली थी।
एजेंसी