नई दिल्ली। कोरोना वैक्सीनेशन शुरू होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे भारतीयों के लिए खुशखबरी है। केंद्र सरकार ने मंगलवार को जानकारी दी कि अगले 10 दिनों में वैक्सीन लगनी शुरू हो सकती है।

देश में कोरोना वायरस संक्रमण के हालात पर संवाददाता सम्मेलन के दौरान स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि आपात मंजूरी मिलने के 10 दिन के भीतर वैक्सीन रोल आउट हो सकती है। मंत्रालय ने कहा कि रोजाना आने वाले कोविड-19 पॉज़िटिव मामलों की दर तीन प्रतिशत से कम बनी हुई है।

टीकाकरण प्रक्रिया की होगी डिजिटल निगरानी

स्वास्थ्य मंत्रालय ने साफ किया कि पूरी तैयारी के साथ ही वैक्सीनेशन शुरू किया जाएगा। टीकाकरण प्रक्रिया की डिजिटल निगरानी की जाएगी। आने वाले 10-15 दिनों में टीकाकरण के लिए सरकार पूरी तरह से तैयार है। फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं है। एक टीकाकरण टीम में पांच लोग होंगे। वैक्सीन स्टोर करने के लिए देश में 41 हजार कोल्ड स्टोरेज तैयार किए गए हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि वैक्सीन स्टोर करने की जगहों पर तापमान मापने के यंत्र होगा। ड्राई रन के लिए 125 जिलों में 286 सेशंस साइट्स तैयार की गई हैं। इसके साथ ही डिजिटल माध्यम से ही वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज देने के लिए तारीख दी जाएगी। डिजिटल हेल्थ मिशन के तहत यूनिक हेल्थ आईडी भी बनाई जा सकेगी। वहीं, कैडिला की वैक्सीन डीएनए (DNA) आधारित है। परीक्षण के दौरान देखा गया कि अच्छी एंटीबॉडी बनी है। कोविशील्ड और कोवैक्सीन को रखने के लिए 2-8 डिग्री तापमान की जरूरत है।

पांच राज्यों में ड्राई रन में मिली सफलता

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि पंच राज्यों में ड्राई रन सफल रहा है। हालांकि कोरोना से और लोगों के संक्रमित होने की आशंका अभी बनी हुई है। इसलिए सावधानी बरतने में ढील नहीं करनी है। वहीं भारत में अब तक कोरोना के नए वेरिएंट के 71 मामले सामने आए हैं। ब्रिटेन के नए स्ट्रेन का वैक्सीन के असर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। नीति आयोग ने बताया कि विश्व भर में कहीं भी वैक्सीन के आम उपयोग की अनुमति नहीं मिली है।


        
        
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