नई दिल्ली। नीट पीजी (NEET-PG) परीक्षा कम से कम चार 4 महीनों के लिए स्थगित कर दी गई है ताकि  कोरोना महामारी की ड्यूटी  के लिए स्वास्थ्यकर्मियों (Health workers) की कमी न हो और मेडिकल इंटर्न समेत क्वालिफाइड डॉक्टर बड़ी संख्या में उपलब्ध रहें। अब यह परीक्षा 31 अगस्त के बाद ही होगी। रविवार को प्रधानमंत्री मोदी ने स्वास्थ्य विशेषज्ञों के साथ वर्चुअल बैठक की थी। इसमें ही ये अहम फैसले लिये गए। गौर करने वाली बात है कि कोविड से जुड़े कार्यों के लिए तैनात किए गए मेडिकल विद्यार्थियों और पेशेवरों को कोरोना वैक्सीन की खुराक दी जाएगी। 

प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की ओर से सोमवार को जारी एक बयान में कहा गया कि एमबीबीएस (MBBS) के अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को भी इस काम में लगाया जाएगा। पीएमओ के अनुसार, कोविड-19 के लिए ड्यूटी के निर्वाह के 100 दिनों की अवधि पूरा करने वाले हेल्थवर्करों को नियमित सरकारी भर्तियों में प्राथमिकता दी जाएगी।  इसमें यह भी कहा गया है कि बीएससी एवं  जीएमएम (GNM) क्वालिफाइड नर्स की टीम को भी सीनियर डॉक्टरों की निगरानी में कोविड नर्सिंग ड्यूटी के लिए तैनात किया जा सकता है।  मेडिकल इंटर्न्स को उनकी फैकल्टी की देखरेख में कोविड प्रबंधन कार्यों के लिए तैयार किया जाएगा।

पीएमओ ने कहा कि एमबीबीएस के अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओँ को भी हल्के लक्षणों वाले कोरोना मामलों के मॉनिटरिंग के लिए काम पर नियुक्त किया जाएगा। इस काम की देखरेख उनकी फैकल्टी करेगी। साथ ही कोविड ड्यूटी पर तैनात चिकित्सा कर्मी द्वारा 100 दिनों के कार्य को पूरा करने पर प्रधानमंत्री के  कोविड राष्ट्रीय सेवा सम्मान से नवाजा जाएगा। ये सभी सरकार के बीमा योजना में शामिल किए जाएंगे।

स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि परीक्षा होने से एक महीने पहले छात्र-छात्राओँ को इसकी जानकारी दी जाएगी ताकि उन्हें तैयारियों के लिए पर्याप्त समय मिल सके।

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