लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामलों और रिकवरी रेट में लगातार हो रही बढ़ोत्तरी के मद्देनजर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेडिकल कॉलेजों और स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में जनरल ओपीडी शुरू करने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश में अब तक 5 करोड़ कोरोना टेस्ट हो चुके हैं। इसके साथ ही एक दिन में 3.32 लाख टेस्ट करने वाला यह पहला राज्य बन गया है।
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने बुधवार को कोरोना प्रबंधन के लिए गठित टीम-9 की बैठक में कहा कि कोरोना को लेकर स्थिति तेजी से बेहतर हो रही है। राज्य के 64 जिलों में 6०० से कम एक्टिव केस रह गए हैं। ऐसे में मेडिकल कॉलेजों और स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में सीमित संख्या के साथ जनरल ओपीडी का फिर शुरू किया जाए। ओपीडी में आने के लिए मरीज का समय पूर्व निर्धारित हो। अपॉइंटमेंट सिस्टम अनावश्यक भीड़ को रोकने में कारगर होगा। इमरजेंसी सेवाएं 24 घंटे जारी रखी जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना टेस्टिंग में उत्तर प्रदेश की स्थिति लगातार बहुत अच्छी हो रही है। प्रदेश में एक्टिव कोविड मरीजों की कुल संख्या 30 हजार से भी कम हो चुकी है। वर्तमान में 28,694 कोरोना मरीज उपचाराधीन हैं जबकि अब तक 16 लाख 44 हजार 511 प्रदेशवासी कोरोना संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं। राज्य में रिकवरी रेट 97.1 प्रतिशत हो गया है। उत्तर प्रदेश ने आज 5 करोड़ कोविड टेस्टिंग का नया कीर्तिमान बनाया है। इतने कोविड टेस्ट किसी भी अन्य राज्य द्वारा नहीं किए गए। कोरोना संक्रमण की रोकथाम में ट्रेसिंग-टेस्टिंग के महत्व को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश ने प्रारंभ से ही आक्रमक नीति अपनाई है। यही कारण है कि आज प्रदेश में स्थिति नियंत्रण में है। पिछले 24 घंटे में कुल 3,31,511 टेस्ट किए गए, जबकि 1514 नए केस की पुष्टि हुई है और 4,439 लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए।
कोरोना कर्फ्यू का कड़ाई से पालन कराने के निर्देश
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना कफ्यूर् से छूट का आशय लापरवाही की छूट होना नहीं है। कई जिलों में लोगों के मास्क न लगाने, बाजारों में अनावश्यक भीड़, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने जैसी जानकारी मिली है। यह स्थिति न तो किसी के लिए भी अच्छी नहीं है। कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई जीतने के लिए हर एक नागरिक का सहयोग आवश्यक है। पुलिस प्रशासन को सक्रियता बढ़ाने की जरूरत है। लोगों को जागरूक भी करें, साथ-फुट पेट्रोलिंग, चेंकिंग और आवश्यकतानुसार प्रवर्तन की कार्रवाई भी की जानी चाहिए। सभी जिलाधिकारी/पुलिस अधीक्षक शासन द्वारा जारी आदेशों का प्रतिबद्धतापूर्वक अक्षरश: पालन सुनिश्चित कराएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना कर्फ्यू से जुड़े नियमों का कड़ाई से पालन कराया जाए। रात्रिकालीन बंदी को प्रभावी बनाने के लिए शाम ०6 बजे से ही पुलिस और स्थानीय प्रशासन सक्रिय हो जाएं। पब्लिक एड्रेस सिस्टम का उपयोग करें। कहीं भी भीड़ की स्थिति न बने।