देहरादून। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के धारचूला के जुम्मा गांव के पास भूस्खलन से 2 लोगों की मौत हो गई जबकि समाचार लिखे जाने तक 5 लोग मलबे में दबे हुए थे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट करके बताया कि उन्होंने जिलाधिकारी को रेस्क्यू ऑपरेशन तेज करने का आदेश दिया है। पिथौरागढ़ में मूसलाधार बारिश के साथ बादल फटने, चट्टाने गिरने से हालात बिगड़ गए हैं। दो दिन पहले भी यहां बादल फटा था, जिससे बाढ़ आ गई। टिहरी में बारिश के बीच हाईवे का एक हिस्सा बह गया। चम्पावत के स्वांला में बारहमासी सड़क से मलबा हटाना एक सप्ताह बाद भी चुनौती बना हुआ है।
पिथौरागढ़ जिले में रविवार देर रात भारी बारिश से तबाही मच गई। धारचूला के जुम्मा गांव में जामुनी तोक में पांच और सिरौउड़यार तोक में दो आवासीय मकान क्षतिग्रस्त हो गए। वहीं, करीब 7 लोग लापता बताए जा रहे हैं। अब तक 2 बच्चों के शव बरामद किए गए हैं।
जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने बताया कि देर रात जुम्मा गांव में अतिवृष्टि के कारण सात लोगों के मलबे में दबे होने की सूचना मिली थी। सूचना के तत्काल बाद घटना क्षेत्र में राजस्व, एसएसबी, पुलिस, एसडीआरएफ और रेस्क्यू टीम रवाना हो गई है। एनडीआरएफ भी क्षेत्र में भेजी गई है। इस दौरान टीम ने गांव से 2 शव बरामद किए हैं।