लखनऊ। उत्तर प्रदेश के 16 जिलों में पीपीपी (निजी-सार्वजनिक भागीदारी) मॉडल के आधार पर मेडिकल कॉलेज खोले जाएंगे। इसके लिए जिलों के नाम भी तय हो गए हैं। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ कैबिनेट की यहां गुरुवार को हुई बैठक में इस फैसले पर मुहर लगा दी गई। कैबिनेट ने मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट गंगा एक्सप्रेस-वे के आरएफक्यी (RFQ) और आरएपपी (RFP) को भी मंजूरी दे दी है। डिफेंस कॉरिडोर के मद्देनजर ललितपुर में एयरपोर्ट बनाने के प्रस्ताव पर मोहर लगा दी गई।
राज्य सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में उत्तर प्रदेश को एक हजार अरब डॉलर अर्थव्यवस्था बनाने में एक्सप्रेस-वे के जाल का बड़ा योगदान होगा। गंगा एक्सप्रेस-वे किसी राज्य के माध्यम से तैयार हो रहा देश का सबसे बड़ा एक्सप्रेस-वे होगा। उन्होंने बताया कि गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए अब तक 92.02 प्रतिशत भूमि अधिग्रहीत की जा चुकी है इसके लिए निविदा दस्तावेज निकाल रहे हैं। सिंह ने कहा कि यह एक्सप्रेस-वे छह लेन का होगा जिसे आठ लेन तक बढ़ाया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि इसके अंदर चार पैकेज हैं हर पैकेज की लागत 5000 से लेकर 5800 करोड़ रुपए तक होगी। उनके मुताबिक निविदा की संपूर्ण प्रक्रिया 60 दिनों के अंदर पूरी की जाएगी और आज कैबिनेट में इसका संपूर्ण अनुमोदन दिया है ताकि बार-बार चीजों पर विचार न करना पड़े और इसे विकसित करने का काम तेजी से हो सके।
पीपीपी मॉडल पर होगा काम
गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण निजी सार्वजनिक भागीदारी यानी पीपीपी मॉडल पर होगा। इस एक्सप्रेस-वे पर वाहनों की अधिकतम रफ्तार 120 किलोमीटर प्रति घंटा निर्धारित की गई है। इस पर हवाई पट्टी भी रहेगी। इसके ऊपर औद्योगिक क्लस्टर कहां-कहां बनेंगे यह निर्दिष्ट कर दिया जाएगा। एक्सप्रेस-वे पर जन सुविधाओं के लिए भी नौ जगह प्रावधान किया गया है। भविष्य में इसे और बढ़ाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि गंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना पर सिविल और निर्माण की अनुमानित कुल लागत 36230 करोड़ रुपये है। सिविल निर्माण पर 19754 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। उन्होंने कहा कि इस पर 2371 करोड़ की जीएसटी भी है। यह कुल मिलाकर 22125 करोड़ हो जाता है और भूमि की खरीद के लिए 9255 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है
ललितपुर में बनेगा हवाई अड्डा
मंत्रिमंडल की बैठक में ललितपुर में एक हवाई अड्डा बनाने के सिलसिले में भी विभिन्न पहलुओं पर अनुमोदन दिया गया। सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि ललितपुर में राज्य का एक हवाई अड्डा तैयार किया जा रहा है जो पहले चरण में छोटे विमानों के लिए होगा। आने वाले समय में उसे अंतरराष्ट्रीय स्तर का हवाई अड्डा बनाया जाएगा क्योंकि वहां रक्षा गलियारा (डिफेंस कॉरीडोर) बन रहा है साथ ही वहां ड्रग पार्क भी तैयार हो रहा है। इसके मद्देनजर यह हवाई अड्डा बहुत महत्वपूर्ण हो जाएगा।