लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को उत्तर प्रदेश के मूल निवासी 11 शहीद सैनिकों के आश्रितों को शासकीय सेवा में नियोजित किए जाने हेतु नियुक्ति पत्र प्रदान किए। इनको समूह सी और डी में नियुक्ति प्रदान की गई है। सरकारी आवास पर आयोजित इस कार्यक्रम में उन्होंने कहा, “आज दूसरी बार शहीद सैनिकों के आश्रितों को नियुक्ति पत्र वितरित करने का कार्य किया जा रहा है। देश के लिए शहीद होने वालों के परिवारों का सम्मान करना हम सबका साझा दायित्व है।”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारी सरकार हर सैनिक और उनके आश्रितों के प्रति बेहद संवेदनशील है। मार्च 2017 से पहले प्रदेश में इस तरह की कोई व्यवस्था नहीं थी। हमारी सरकार ने शहीदों के आश्रितों को नौकरी देने का निर्णय लिया। पिछले वर्ष छह और अब 11 आश्रितों को नौकरी दी गई है।
प्रदेश सरकार ने 19 मार्च 2018 के शासनादेश द्वारा शहीद सैनिकों के आश्रितों को सरकारी नौकरी दिए जाने का निर्णय लिया था। उसी क्रम में शनिवार को दूसरी बार शहीद सैनिकों के आश्रितों को नियुक्ति पत्र वितरित करने का कार्य किया जा रहा है। इस अवसर पर योगी ने कहा, “मैं मातृभूमि के लिए अपूर्व शौर्यपूर्ण पराक्रम दिखाते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान देकर देश को सुरक्षित करने वाले भारत माता के सभी सपूतों को नमन करता हूँ। हमारी सरकार ने सैनिक और पूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए सरकार ने कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। सैनिक और उनके आश्रितों के प्रति सरकार संवेदनशील है।”
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले शहीद सैनिकों को आश्रितों को शासकीय सेवा में सेवायोजित किए जाने का कोई प्रावधान नहीं था। हमने 30 जनवरी 2018 की कैबिनेट बैठक में फैसला किया और परिवार की परिभाषा को व्यापक किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सशस्त्र सेना झंडा दिवस निधि में जमा होने वाली राशि का तीन गुना अंशदान प्रदेश सरकार दे रही है ताकि हमारे वीर सैनिकों के कल्याण हेतु धन की कमी न रहे। उन्होंने कहा, “पूर्व सैनिकों के पुनर्वास और सम्मानजनक जीवन यापन के लिए तीन लाख तक के बैंक ऋण पर चार प्रतिशत ब्याज भी सरकार वहन करेगी। इसके अन्तर्गत पात्र लाभार्थियों को 12 हजार देने का निर्णय भी प्रदेश सरकार द्वारा लिया गया है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व में विभिन्न मेडल व चक्र पाने वाले जवानों के लिए एकमुश्त सहायता राशि और वार्षिक धनराशि में भी प्रदेश सरकार ने उल्लेखनीय वृद्धि की है। उन्होंने कहा कि सैनिकों के कल्याण व सुविधाओं के लिए 5.5 करोड़ रुपये से प्रयागराज, मेरठ, कौशांबी और मऊ में नवीन सैनिक कल्याण कार्यालय व पूर्व सैनिकों के लिए विश्राम गृहों का निर्माण कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही 3.5 करोड़ रुपये से नौ जिलों में सैनिक विश्राम गृहों का जीर्णोद्धार कराया जा रहा है। सीएम योगी ने कहा कि पूर्व सैनिकों को प्रदेश सरकार द्वारा समूह ब और स में 5% पदों पर आरक्षण दिया जा रहा है। सरकार सैनिकों के लिए उपलब्ध सभी पदों पर भूतपूर्व सैनिकों की नियुक्ति के लिए प्रभावी प्रयास कर रही है।
बरेली के शहीद चंद्रभान की पत्नी पंकज, अलीगढ़ के शहीद दलवीर सिंह की पत्नी पिंकी, बागपत के शहीद प्रदीप कुमार की पत्नी नीतू , एटा के शहीद राजेश कुमार की पत्नी श्वेता यादव, गाजीपुर के शहीद विजय यादव के भाई बलवीर सिंह, मथुरा के शहीद पंकज कुमार की पत्नी मेघा चौधरी, मथुरा के शहीद पुष्पेंद्र सिंह की पत्नी सुधा, मथुरा के शहीद रोहिताश कुमार के भाई भगवान सिंह, मथुरा के शहीद नेम सिंह की पत्नी सीमा देवी, मेरठ के शहीद अजय कुमार की पत्नी प्रियंका और वाराणसी के शहीद विशाल कुमार पांडेय की पत्नी माधवी पांडेय।