वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने ही बनाए जांच आयोग द्वारा रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद घिर गए हैं। रॉबर्ट मूलर की रिपोर्ट आने के बाद देश में राजनीति गरमा गई है। विपक्षी डेमोक्रेट्स नेता राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप के खिलाफ हमलावर हो गए हैं। हालांकि, यह रिपोर्ट अभी सार्वजनिक नहीं हुई है लेकिन अमेरिकी राजनीति में कोहराम मच गया है। यह रिपोर्ट हाउस ज्‍यूडिशियरी कमेटी को ऐसे समय सौंपी गई है जब अमेरिकी राष्‍ट्रपति चुनाव सिर पर है। पक्ष और विपक्ष दोनों चुनाव की तैयारी में जुटे हैं।

राष्‍ट्रपति उम्‍मीदवार और डेमोक्रेट सीनेटर एलिजाबेथ वॉरेन ने ट्रंप पर हमला तेज कर दिया है। वॉरेन ने कहा कि अब वक्‍त आ गया है कि राष्‍ट्रपति ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की कार्रवाई शुरू करनी चाहिए। महाभियोग की वकालत करने वाले टॉम स्‍टेयर ने कहा है कि इस पूरे मामले की सुनवाई टेलीवजन पर होनी चाहिए, ताकि आम अमेरिकी भी इसको देख सके। टॉम ने सदन में चल रही जांच को काफी धीमी करार दिया है। उन्‍होंने इस पर अपनी चिंता जताई है।

इस रिपोर्ट के आने के बाद हाउस ज्‍यूडिशियरी कमेटी के अध्‍यक्ष ने शुक्रवार को एक उप पत्र जारी किया है।  इस बीच हाउस की स्‍पीकर नैंसी पेलोसी ने ट्रंप के खिलाफ महाभियोग से इन्कार किया है। उन्‍होंने कहा है कि रिपब्लिकन के समर्थन के बिना महाभियोग नहीं चलाया जा सकता है। पेलोसी ने विपक्ष को भरोसा दिलाया कि ट्रंप प्रशासन की निगरानी व्‍यवस्थित और चरणबद्ध ढंग से चल रही है।

गौरतलब है कि 2016 में हुए अमेरिकी राष्‍ट्रपति चुनाव के दौरान रिपब्लिकन पार्टी के उम्‍मीदवार डोनाल्ड ट्रंप सुर्खियों में थे। उन पर चुनाव प्रचार के दौरान रूस का सहयोग लेने का आरोप लगा था। इस चुनाव में हालांकि ट्रंप विजयी हुए थे लेकिन अमेरिकी राष्‍ट्रपति चुनाव में रूसी हस्‍तक्षेप को बेहद गंभीरता से लिया गया था। राष्‍ट्रपति बनने के बाद ट्रंप ने विपक्ष के इन आरोपों को खारिज करते हुए पूरे प्रकरण की जांच के लिए रॉबर्ट मुलर की अध्‍यक्षता में एक आयोग का गठन किया था। मुलर ने 22 मार्च को न्‍यायिक विभाग के समक्ष अपनी रिपोर्ट पेश की। हालांकि, अभी यह रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं हुई है, लेकिन उसके पहले ही अमेरिकी राजनीति गरमा गई है।

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