काबुल। अफगानिस्तान में एक मस्जिद के अंदर बम बनाने का प्रशिक्षण ले रहे तालिबान आतंकियों को यह “क्लॉस” बहुत मंहगी पड़ी और इसी दौरान हुए धमाके में 30 आतंकवादियों की मौत हो गई। अफगानिस्तान की सेना ने एक बयान जारी करके कहा कि 6 विदेशियों समेत 30 आतंकवादी मारे गए हैं।
ये विदेशी आतंकी बारूदी सुरंग बनाने के विशेषज्ञ थे और शनिवार को 26 अन्य आतंकियों को बम बनाने का लाइव प्रशिक्षण दे रहे थे। बताया जा रहा है कि यह विस्फोट बाल्फ प्रांत के दौलताबाद जिले के कुल्ताक गांव में हुआ। अफगान सेना ने एक बयान जारी करके कहा कि मारे गए 6 विदेशी आतंकियों की पहचान नहीं की जा सकी है। खम्मा प्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक तालिबान आतंकी एक मस्जिद के अंदर जमा थे और उन्हें बम और आईईडी बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा था।
नाटो ने तालिबान को धीरे से दिया बड़ा झटका
सुरक्षा बलों ने बताया कि विस्फोट की एक अन्य घटना मे आईईडी फटने से कुंदूज प्रांत में दो बच्चों की मौत हो गई। ये विस्फोट ऐसे समय पर हुए हैं जब पूरे अफगानिस्तान में तालिबान के हमले और हिंसा तेज हो गई है। वह भी तब जब अफगानिस्तान की सरकार के साथ उनकी बातचीत चल रही है। सोमवार को नाटो के महासचिव जेंस स्टोलटेबर्ग ने तालिबान को झटका देते हुए स्पष्ट रूप से कहा कि अमेरिकी गठबंधन तब तक अफगानिस्तान की धरती को अलविदा नहीं कहेगा जब तक कि सही समय नहीं आ जाता है।
तालिबान आतंकी मांग कर रहे हैं कि अमेरिका डोनाल्ड ट्रंप के समय हुए समझौते को माने और अफगानिस्तान से अपनी सेना को पूरी तरह से हटा ले। इस संबंध में जल्द ही 30 नाटो देशों के रक्षामंत्रियों की बुधवार को बैठक होने जा रही है। बताया जा रहा है कि इस बैठक में अफगानिस्तान में तैनात 9600 नाटो सैनिकों के भविष्य पर फैसला हो सकता है।