न्यूयॉर्क। संयुक्त राष्ट्र महासभा की अगले हफ्ते होने वाली उच्च स्तरीय बैठक से पहले संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने इशारों-इशारों पर पाकिस्तान पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “वह अपना स्तर गिरा सकते हैं लेकिन इससे भारत का स्तर ही ऊंचा होगा।” गौरतलब है कि पाकिस्तान इस मौके का इस्तेमाल कश्मीर मुद्दे को उठाने के लिए करना चाहता है।
अकबरुद्दीन ने कहा, “हमने अतीत में उन्हें आतंकवाद को मुख्यधारा में लाते देखा है, अब वे नफरत भरे बयानों को मुख्यधारा में लाना चाहते हैं। अगर वे यह करना चाहते हैं तो ये उनकी सोच है। लेकिन, इससे उनका स्तर गिरेगा।”
दरअसल, जम्मू-कश्मीर के मसले को लेकर अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान को एक और कूटनीतिक हार मिली है। यूरोपीय यूनियन की ओर से लताड़े जाने के बाद संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के ज्यादातर सदस्य देशों ने भी पाकिस्तान का साथ देने से मना कर दिया है। मानवाधिकार परिषद में पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर मुद्दे पर संकल्प पेश करना चाहता था लेकिन वह इसके लिए पर्याप्त समर्थन जुटाने में नाकाम रहा। इसके साथ ही कश्मीर मसले को अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बनाने का पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का मंसूबा चूर-चूर हो गया है।
एक समाचार एजेंसी के अनुसार, पाकिस्तान तय समय सीमा के अंदर आवश्यक सदस्यों के समर्थन का पत्र मानवाधिकार परिषद को नहीं सौंप पाया। परिषद के ज्यादातर सदस्य देशों ने जम्मू-कश्मीर मसले पर संकल्प पेश करने के पाकिस्तान के प्रस्ताव का समर्थन करने से साफ मना कर दिया। इसके चलते पाकिस्तान की मंशा पर पानी फिर गया।